कोण्डागांव, 08 मार्च । कोण्डागांव जिला में 2337 मितानिन और 110 मितानिन प्रशिक्षक कार्यरत हैं। इन मितानिनों को अगस्त माह से केंद्रांस और राज्यांस का प्रोत्साहन राशि नहीं दिया गया हैं। इसके अलावा कई अन्य मांगे हैं जिसे लेकर अब मितानिन आंदोलन का मन बना लिए हैं। इसी आंदोलन को मजबूती देने के लिए आज कोण्डागांव के वन विभाग डिपो मैदान में बैठक का आयोजन किया गया।
कोण्डागांव जिला के विकास खंड विश्रामपुरी में 413, माकड़ी में 398, केशकाल में 429, फरसगांव में 435 और विकास खंड कोण्डागांव में 662 मितानिन कार्यरत हैं। इसी तरह पूरे जिला में 110 मास्टर ट्रेनर हैं। इन सभी को शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को जमीनी स्तर पर अमली जामा पहनाने के चलते प्रोत्साहन राशि दिया जाता हैं। मितानिनों को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार दोनों ही अलग-अलग स्तर पर प्रोत्साहन राशि देती है, जो की अगस्त माह से अब तक जारी नहीं किया गया है। जिला मितानिन संघ के जिला अध्यक्ष पीलाराम पांडे के अनुसार, एक ट्रेनर को लगभग 76 हजार रुपए अब तक कुल और मितानिनों को लगभग 32 हजार रुपए अब तक कुल राशि का भुगतान शासन के माध्यम से नहीं किया गया है। इसी तरह पूर्व सरकार ने भी उनके लिए कोई अन्य घोषणाएं की थी। घोषणाओं को भी पूरा नहीं किया जा रहा है। इन सभी मांगों को लेकर वे 7 मार्च से चार दिवसी धरना प्रदर्शन करेंगे। धारणा कोण्डागांव नगर के चौपाटी मैदान में दिया जाएगा। यदि मांगी पूरी नहीं हुई तो आंदोलन को और भी विराट रूप दिया जाएगा।