छत पर बैठा उल्लू करे ऐसी आवाज तो समझिए होने वाली है मां लक्ष्मी की कृपा, इस बात पर हो जाएं सावधान

उल्लू अगर किसी की छत पर बैठता है और वहां बैठकर आवाज करता है तो इन बातों को लेकर लोगों में कई प्रकार की धारणाएं हैं. उल्लू के छत पर बैठने को लेकर लोगों के मन में अच्छी और बुरी धारणाएं सदियों से चली आ रही हैं. वैसे तो हिंदू धर्म में उल्लू को धन की देवी मां लक्ष्मी की सवारी बताया गया है. वहीं उल्लू के दिखने या आवाज करने को लेकर शुभ और अशुभ के बारे में बहुत सी बातें बताई गई हैं.

हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार उल्लू मां लक्ष्मी की सवारी है. अगर उल्लू दिन या रात में आपको दिख जाए तो ये बेहद ही शुभ होता है. उल्लू के दिखने से आपके जीवन में चल रही आर्थिक तंगी, परेशानियां दूर हो जाती हैं. हिंदू धर्म में उल्लू का दिखाना शुभ बताया गया है. वहीं उल्लू कुछ परिस्थितियों ओर यम की दिशा में बैठकर अजीब हरकत करे तो यह अशुभ बताया गया है.

होता है धन लाभ
उल्लू के छत पर बैठने और आवाज करने से शुभ और अशुभ की हिंदू धर्म में उल्लू को बहुत शुभ बताया गया है. उल्लू का दिखाना यानी जीवन में धन आदि का लाभ होता है. अगर आर्थिक तंगी और परेशानियां आपके जीवन में चल रही हैं और ऐसे में आपको मां लक्ष्मी की सवारी उल्लू बोलता हुए दिखे तो आर्थिक तंगी, आर्थिक समस्याएं खत्म हो जाती हैं. उल्लू का दिन और रात में दिखाना तथा आवाज करना बहुत ही शुभ होता है.

कब नहीं होता शुभ
पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि कुछ परिस्थितियों में उल्लू के छत पर बैठने और अलग प्रकार की आवाज करने से जीवन में आर्थिक तंगी, दुख, बीमारियां आ जाती हैं. उल्लू दो प्रकार की आवाज करता है. एक उल्लू का बोलना और दूसरा उल्लू का रोना, दोनों ही आवाजें अलग-अलग होती हैं. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार अगर उल्लू आपके घर के आंगन या छत पर बैठकर रोता है तो यह बेहद ही अशुभ संकेत है.

माना जाता है कि उल्लू के रोने से घर में दरिद्रता, दुख, परेशानी, आर्थिक तंगी आदि सभी आ जाती हैं. वहीं अगर उल्लू आपके घर की छत पर दक्षिण दिशा में बैठकर रोता है तो यह गंभीर बीमारी, असाध्य रोग आने का संकेत होता है. उल्लू के दक्षिण दिशा में बैठकर रोने, घर के आंगन में या छत पर बैठकर उल्लू रोता दिखे तो बिना देरी किए उसे वहां से उड़ा देना चाहिए और घर में शांति का पाठ, हवन यज्ञ जरूर करवाना चाहिए जिससे घर से नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह खत्म हो जाए.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *