500 बाइक चुराने वाले गैंग का बुराड़ी पुलिस ने किया पर्दाफाश, 20 बाइकों और पुर्जे बरामद

दिल्ली: 25 नवंबर को एक बुलेट बाइक चोरी से इंटर स्टेट रैकेट का पर्दाफाश हो गया। जी हां, पिछले साल नवंबर से अब तक 500 से अधिक चोरी हो चुकी बाइकों को एक अलग ही मॉडस ऑपरेंडी से ठिकाने लगा चुके इंटर स्टेट गैंग को बुराड़ी पुलिस ने पकड़ा है। आप जानकार हैरान होंगे कि चोरी हुई इन गाड़ियों में अधिकतर एनफील्ड बाइक्स हैं।

पुलिस का दावा है कि अगर औसतन प्रति बाइक की कीमत 80 हजार रुपये भी आंक ली जाए तो अब तक 4 करोड़ से अधिक कीमत की बाइक को यह गैंग पुर्जों में तब्दील कर चुका है। पिछले छह महीने में 350 (अधिकतर बुलेट) गाड़ियों को चोरी कर ठिकाने लगा चुके हैं। इनका गोदाम गाजियाबाद के लोनी इलाके में था जहां बुलेट और अन्य गाड़ियों को खोलकर पुर्जों में तब्दील कर देते थे। इसके बाद ऑन डिमांड देश के अलग-अलग हिस्सों में कूरियर-पार्सल के जरिए भेज देते थे। यह गैंग गाड़ी चोरियों के लिए नाबालिगों को हायर करता था। पुलिस ने गैंग के तीन नाबालिग समेत मास्टरमाइंड और रिसीवर को पकड़ा है।

20 बुलेट बाइक और कई पुर्जों की बरामदगी
DCP राजा बांठिया ने बताया कि आरोपियों की पहचान शाहनवाज उर्फ हसन खान, रिसीवर मोहम्मद फारुख के तौर पर हुई है, जबकि तीन नाबालिग शामिल हैं। यह गिरोह पिछले नवंबर महीने से टूवीलर गाड़ियों को चोरी कर ठिकाने लगा रहा था। पुलिस ने इनके पास से चोरी की 20 गाड़ियां (बुलेट बाइक), 51 नंबर प्लेट, 10 चेसिस और बाइकों के अनेकों टूटे हुए हिस्से बरामद किए हैं। DCP ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ चोरी हुई गाड़ी के कुल 58 मामले सुलझा लिए गए हैं।

250 CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
दरअसल, 25 नवंबर को बुराड़ी निवासी आनंद सिंह ने अपनी बुलेट बाइक चोरी होने की सूचना दी थी। उन्होंने रात में बाइक घर के बाहर खड़ी की थी। हेड कॉन्स्टेबल धर्म सिंह मामले की जांच कर रहे थे जिसमें पता चला कि 24-25 नवंबर की रात दो और बुलेट बाइक चोरी हुई हैं। आरोपियों को पकड़ने के लिए ACP तिमारपुर नीरव पटेल की देखरेख में SHO बुराड़ी जसपाल सिंह, SI नवीन, ASI मेजर हुसैन, हेड कॉन्स्टेबल धर्म, रहीश पूनिया, कॉन्स्टेबल सतेंद्र की टीम को लगाया गया। टीम ने घटनास्थलों के आसपास करीब 250 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले। तीनों वारदात में छह लोगों के शामिल होने का पता चला। पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस की मदद से सबसे पहले खजूरी से एक नाबालिग को पकड़ा।

उसने बताया कि वह शाहनावाज उर्फ हसन खान के लिए दो अन्य नाबा‌लिगों के साथ मिलकर गाड़ी चोरी करने का काम करता है। वह एक गाड़ी चुराने पर एक हजार रुपये देता है। चोरी की गाड़ियों को लोनी, गाजियाबाद सौ फुटा रोड पर मोहम्मद फारूक के गोदाम पर बेच देता है। शाहनवाज के कहने पर ही उन्होंने बुराड़ी से तीनों बुलेट बाइक चोरी की थीं। इस खुलासे के बाद पुलिस ने हसन खान और अन्य दो नाबालिगों को भी पकड़ लिया। इसके बाद टीम लोनी, गाजियाबाद फारुख के गोदाम पर पहुंची। आरोपी फारुख गोदाम पर ही बैठा मिला। यहां पुलिस को 11 बाइक खड़ी मिलीं और बाइकों के पुर्जे गोदाम में हर जगह बिखरे पड़े थे।

350 गाड़ियों को ठिकाने लगाया था
DCP के मुताबिक आरोपियों को पकड़ने से पहले टीम के कई सदस्य दिन रात निगरानी करते रहे। फारुख ने पुलिस को बताया कि वह नवंबर महीने से चोरी की गाड़ियों का सिंडिकेट चला रहा है। चोरी की बाइक को काट देने के बाद पकड़े जाने का रिस्क कम हो जाता है। उसके गोदाम में गाड़ी काटने के बाद सभी पुर्जे अलग कर दिए जाते थे। फिर उन पुर्जों को सूरत, पुणे, बैंगलुरु और अन्य राज्यों में ऑन डिमांड भेज दिया जाता था। वह पिछले 5-6 महीनों में करीब 350 चोरी की गाड़ियों को ठिकाने लगा चुका है। पुलिस ने मुख्य आरोपी फारूक और शाहनवाज को रिमांड पर लिया है जिसके बाद इनकी निशानदेही पर चोरी के और वाहन बरामद किए गए। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर और जानकारी जुटा रही है।

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