कोंडगांव, 13 मार्च। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश में तेन्दूपत्ता वर्ष 2024 हेतु संग्रहण दर प्रति मानक बोरा 4000 रू. से बढ़ाकर 5500 रू. प्रति मानक बोरा कर दिया है। संग्रहण पारिश्रमिक दर वृद्धि से प्रदेश में वन क्षेत्रों के समीप निवास करने वाले आदिवासी भाई-बहनों के लगभग 12.50 लाख परिवारों को सीधा लाभ पहुंचेगा एवं तेन्दूपत्ता संग्राहकों को भी बढ़ी संग्रहण दर के फलस्वरूप लगभग 240 करोड़ रूपये की अतिरिक्त आय होने की संभावना है । शासन द्वारा तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों को सामाजिक सुरक्षा के लिये राजमोहिनी देवी सामाजिक सुरक्षा योजना लायी जा रही है जिससे लगभग 12 लाख से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध हो सकेगी तथा तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवार के मुखिया या अन्य सदस्य की सामान्य मृत्यु दुर्घटना मुत्यु अपंगता होने पर उनको सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिलेगा । तेंदूपत्ता ते प्रोत्साहन पारिश्रमिक वर्ष 2021 एवं 2022 में 108656 संग्राहकों को लगभग 27. 99 करोड़ प्रोत्साहन पारिश्रमिक का भुगतान का शेष है जिसे जल्द से जल्द भुगतान किए जाने की मुख्यमंत्री ने घोषणा।
श्री साय ने कल यहां कोण्डागांव जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम ग्राउंड में बस्तर संभाग स्तरीय प्राथमिक वनोंपज समितियां एवं वन प्रबंधन समितियो के महासम्मेलन जंगल-जतरा 2024 का भव्य आयोजन किया गया । इस अवसर पर बस्तर संभाग की 216 प्राथमिक वनोपज समितियों और 2 हजार संयुक्त वन प्रबंधन समितियों से जुड़े लगभग 50 हजार समितियों के सदस्य इस महासम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए । कार्यक्रम में मा. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय , मा. वन मंत्री केदार कश्यप , मा. मंत्री कृषि एवं आदिवासी विकास विभाग रामविचार नेताम जी साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप विधायक जगदलपुर किरण सिंह देव , विधायक कोंडागांव सुश्री लता उसेण्डी , विधायक केशकाल नीलकण्ठ टेकाम , विधायक कांकेर आशाराम नेताम , विधायक दंतेवाडा चैतराम अटामी जी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे ।
वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि 13 लाख वनवासी भाई बहनों का 5500 रूपए प्रति मानक बोरे के हिसाब से खरीदी प्रदेश की सरकार करेगी, मैं आज उन तेंदुपत्ता संग्राहकों का धन्यवाद देता हूं जिन्होंने विश्वासपूर्वक इस सरकार को चुनाद्य मान. विष्णु देव साय जी की सरकार ने वादा किया था के वनवासी भाईयो का पत्ता पत्ता तेंदूपत्ता की खरीदी की जाएगी आज वह वादा पूरा होने जा रहा है।
श्री केदान ने कहा की सरकार ने समस्त देवगुड़ियों विशेष कर बस्तर अंचल में देवगुड़ियों का पारंपरिक तरीके से स्थानीय माटी पुजारी के सलाह से जीर्णोद्वार कार्य प्रारंभ किया गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में वन प्रबंधन समितियों को लाभांश राशि वितरण हेतु लगभग 44 करोड़ राशि प्रावधानित है , जिसमें से बस्तर संभाग के कुल 130 वन प्रबंधन समितियों को 2200.88 लाख राशि लाभांश के रूप में वितरण माह अप्रैल 2024 से किया जावेगा । नैसर्गिक पर्यटन को विकसित करने की असीम संभावनायें है । हमारी सरकार की नैसर्गिक पर्यटन स्थल को चिन्हांकित व विकसित कर पर्यटन मानचित्र में पहचान स्थापित कराने की योजना है , जिससे स्थानीय युवा को पर्यटन से जुड़कर रोजगार का अवसर उपलब्ध हो सके ।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्रीनिवास राव जी ने भी सभा को सबांधित कियाण् माननीय वन मंत्री केदार कश्यप द्वारा किसान वृक्ष मित्रा योजना के तहत इस वर्ष कृषकों की भूमि में विभिन्न प्रजातियों का लगभग 3 करोड़ पौधारोपण लक्ष्य निर्धारित किया गया है । अत्यंत हर्ष की बात है कि योजनांतर्गत बस्तर संभाग के 07 जिलों में विभिन्न प्रजातियों का लगभग 1.20 करोडपौधा कृषकों की भूमि में रोपित किया जावेगा।