रायपुर /शंकराचार्य इंस्टीट्यूट में भारतीय शिक्षा बोर्ड ,हरिद्वार, उत्तराखंड के कार्यवाहक अध्यक्ष और यूपी कैडर के रिटायर्ड आईएएस डॉ नागेंद्र प्रसाद सिंह का संबोधन हुआ, जिसमे डॉ सिंह ने प्रोफेसर और छात्रों को तकनीकी ज्ञान और भारतीय संस्कृति के बारे में विस्तार से बताया, साथ ही उन्होंने छात्रों को बताया कि नौकरी कितने भी बड़े पैकेज की हो, आपको ये जानना होगा की धन की तीन ही प्रकार की गति होती है, पहली उपभोग, दूसरी दान और अंत में विनाश, चूंकि उपभोग की सीमा है और विनाश आप अपने धन का करेंगे नही इसलिए दान की प्रवत्ति बढ़ाइए,
साथ ही डॉ सिंह ने संस्था की आईडिया लैब द्वारा नवाचार और नवोन्मेष के कार्यों को देखा और सराहना की और शिक्षको से कहा की बच्चों में इमोशनल इंटेलिजेंस डेवलप करके की उनको बिजनेस लीडर और भारत को विश्व गुरु बनाया जा सकता है,
अंत में संस्था के सचिव निशांत त्रिपाठी ने डॉ सिंह और पवन डूबे का संस्था परिवार की ओर से धन्यवाद प्रेषित किया और आगे भी सांस्कृतिक जागरण के लिए संस्था में पुनः आने का निमंत्रण दिया।