कठघरे में खड़े हुए इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू, भ्रष्टाचार केस में दी गवाही

तेल अवीव। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भ्रष्टाचार के मामले में अपने खिलाफ लंबे समय से चल रहे मुकदमे में मंगलवार को कठघरे में खड़े होकर गवाही दी। यह पहली बार है कि जब किसी मौजूदा इजरायली प्रधानमंत्री ने एक आपराधिक प्रतिवादी के रूप में कठघरे में खड़े होकर गवाही दी।

ऐसा उन्होंने तब किया है जब उन्हें युद्ध अपराधों के लिए अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट का सामना करना पड़ा है और गाजा में भी लड़ाई जारी है। गवाही देनी शुरू करते ही सबसे पहले नेतन्याहू ने न्यायाधीशों को हैलो बोला। एक न्यायाधीश ने उनसे कहा कि उनके पास अन्य गवाहों के समान विशेषाधिकार हैं और वह अपनी इच्छानुसार बैठ सकते हैं या खड़े रह सकते हैं।

तेल अवीव की खचाखच भरी अदालत में कठघरे में खड़े नेतन्याहू ने कहा कि सच कहने के लिए मैंने इस पल का आठ साल तक इंतजार किया। उन्होंने अपने खिलाफ आरोपों को निराधार करार दिया और कहा उनका बयान अभियोजन पक्ष के मामले को खत्म कर देगा। नेतन्याहू ने घटनाओं के बारे में बताना शुरू किया तो वह सहज दिखे। उन्होंने अपने जीवन के बारे में व्यक्तिगत विवरण साझा किए।

उन्होंने कहा कि वह सिगार पीते हैं लेकिन काम के बोझ के कारण वह इसे मुश्किल से ही खत्म कर पाते हैं और उन्हें शैंपेन से नफरत है। बता दें कि नेतन्याहू पर व्यक्तिगत और व्यावसायिक हितों में सहायता के बदले एक अरबपति हालीवुड निर्माता से हजारों डॉलर मूल्य के सिगार और शैंपेन लेने का आरोप है। उन पर अपने और अपने परिवार के अनुकूल कवरेज के बदले में मीडिया के दिग्गज कारोबारियों के लिए लाभकारी विनियमन को बढ़ावा देने का भी आरोप है।'

इजरायल ने मंगलवार को सीरिया में सैन्य ठिकानों पर बमबारी की। जबकि सीरियाई अधिकारियों ने दावा किया कि इजरायली सेना देश में अंदर तक घुस गई है। हालांकि इजरायल ने इससे इनकार किया और कहा कि उसके सैनिक बफर जोन में ही हैं। उसने सीरियाई हथियारों को शत्रुओं से बचाने के उद्देश्य से हमले किए। जबकि मिस्त्र, कतर, जार्डन और सऊदी अरब ने सीरिया में इजरायल की घुसपैठ की निंदा की और उस पर सीरिया के हालात का फायदा उठाने व अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के आरोप लगाए।

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