सरगुजा जिले में पलाश के पेड़ पर लटकी मां बेटी की लाश, पति और परिजन से पूछताछ कर रही पुलिस

अंबिकापुर

सरगुजा जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कुन्नी के माध्यमिक शाला के पीछे मां व बेटी की फांसी पर लटकी लाश मिली है। इसी स्कूल में मृतका का पति बतौर शिक्षक पदस्थ है।

पति के स्कूल के पीछे महिला द्वारा बेटी के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर किए जाने की आशंका है। पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका के स्वजन और गांव वालों से जानकारी जुटाई जा रही है।

    कुन्नी के सकरिया रोड निवासी मीना गुप्ता पति संजय गुप्ता (35) व उसकी सात साल की बेटी आस्था गुप्ता की फांसी की फंदे पर लटकी लाश कुन्नी के पूर्व माध्यमिक शाला परिसर के पीछे पलाश के पेड़ में मिली।

मृतका का पति संजय गुप्ता हाई स्कूल कुन्नी में शिक्षक के पद पर पदस्थ है। महिला और उसके पति के बीच लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था। इसे लेकर दोनों परिवारों के बीच मनमुटाव भी चल रहा था।

इसी से तंग आकर महिला द्वारा अबोध बेटी के साथ पति के स्कूल के पीछे फांसी लगाने का अंदेशा है। सुबह लोगों ने महिला व उसकी बेटी की लाश देखी गई। घटना की सूचना पति संजय गुप्ता के द्वारा कुन्नी पुलिस चौकी पहुंच कर दी गई है।

पिता की मृत्यु के बाद पुत्र को मिली आरक्षक की नौकरी
एक अन्य घटनाक्रम में छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में पुलिस विभाग में बारह वर्ष के बच्चे को नियुक्ति दी गई। बाल आरक्षक के रुप में भर्ती किए गए बच्चे के पिता के आकस्मिक निधन के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। अपनी मां व छोटे भाई के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे बच्चे को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने नियुक्ति का आदेश प्रदान किया।

एसएसपी ने नियुक्ति आदेश के साथ बच्चों को पसंदीदा चॉकलेट भी भेंट किया और बाल आरक्षक को बेहतर शिक्षा दिलाने की दिशा मे उसकी मां को मार्गदर्शन दिया। एसएसपी ठाकुर ने बताया कि दिव्यांश जायसवाल को बाल आरक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। इनके पिता मुन्ना प्रसाद आरक्षक के पद पर जिला सूरजपुर में पदस्थ थे।

नौकरी के दौरान आकस्मिक मृत्यु होने पर अनुकम्पा नियुक्त के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए अनुकम्पा नियुक्ति संबंधी सभी कार्रवाई पूरी करते हुए अनुकम्पा नियुक्ति दी गई है।

सभी प्रक्रिया पूर्ण होने पर दिव्यांश जायसवाल को पुलिस विभाग में बाल आरक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है। 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर आरक्षक के पद पर पदस्थ किया जाएगा। इस दौरान स्टेनो अखिलेश सिंह सहित बाल आरक्षक के स्वजन मौजूद रहे।

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