सिंधिया के कार्यक्रम में मधुमक्खियों का हमला

शिवपुरी। शनिवार को माधव नेशनल पार्क में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रम में मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इस दौरान 12 से ज्यादा लोगों को मधुमक्खियों ने काट लिया। हालांकि सिंधिया के सुरक्षाकर्मी उन्हें बचाकर बाहर ले जाने में सफल रहे। सिंधिया यहां बनी चांदपाठा झील पर ड्रेजिंग मशीन का उद्घाटन करने पहुंचे थे, लेकिन मधुमक्खियों के हमला करने की वजह से वे बिना उद्घाटन किए ही लौट गए। हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने वापस आकर मशीन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के लिए चांदपाठा झील के पानी पर बने प्लेटफॉर्म पर सेलिंब क्लब बनाया गया था, जहां केंद्रीय मंत्री सिंधिया के साथ कुछ ही लोगों को जाने की अनुमति थी। सिंधिया जैसे ही ड्रेजिंग मशीन की ओर बढ़े तभी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया और वहां मौजूद लोगों को काटना शुरू कर दिया।

सिंधिया को बचाकर ले गए सुरक्षाकर्मी

इस दौरान जैसे ही मधुमक्खी केंद्रीय मंत्री के बालों में घुसी उनके सुरक्षाकर्मी सक्रिय हो गए और उन्हें किसी तरह सुरक्षित बचाकर कार तक ले गए। इस दौरान मधुमक्खियों ने कई नेताओं, उनके समर्थकों और पुलिसकर्मियों को अपना निशाना बनाया। कुछ लोग उपचार के लिए अस्पताल भी पहुंचे। कार्यक्रम में सिंधिया के अलावा ऊर्जा मंत्री समेत कुछ ही लोगों को चांदपाठा झील के पानी पर बने प्लेटफार्म पर जाने की अनुमति थी। बाकी लोगों को सेलिंग क्लब पर ऊपर ही रोक दिया गया था। कार्यक्रम में शिवपुरी विधायक देवेंद्र जैन सहित भाजपा के कई नेता भी पहुंचे थे।

घटना के बाद वापस आए सिंधिया

घटना के दौरान मधुमक्खियों ने कुछ लोगों को काट लिया था। इसके चलते कुछ देर के लिए कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था। बाद में केंद्रीय मंत्री सिंधिया जनसंपर्क कार्यालय के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दोबारा सेलिंग क्लब पहुंचे और यहां उन्होंने ड्रेजिंग मशीन का उद्घाटन किया। साथ ही झील से जलकुंभी को हटते हुए भी देखा।

1.2 करोड़ रुपए की नई मशीन लगी 

उल्लेखनीय है कि शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क की चांदपाठा झील को रामसर साइट घोषित किया गया है। यहां झील में मौजूद जलकुंभी को हटाने के लिए 1 करोड़ 20 लाख की लागत से ड्रेजिंग मशीन लगाई गई है। इसी का उद्घाटन करने सिंधिया यहां पहुंचे थे। जलकुंभी की वजह से यहां नौका विहार बंद है। साथ ही पर्यटकों की संख्या भी लगातार घटती जा रही थी।

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