सुकमा, 02 मार्च. पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डॉ.एस.जहीरुद्दीन ने 43 वर्षों की शासकीय सेवा सफलता पूर्वक पूर्ण कर उप संचालक के पद से रिटायर हो गए अंतिम दिन को यादगार बनाने के लिए पशुधन विकास विभाग परिवार जिला सुकमा के द्वारा आदिवासी भवन मे डॉ.एस.जहीरुद्दीन को विदाई देने सेवानिवृत्ति विदाई सह सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया!
विदाई का ऐसा ऐतिहासिक नजारा जिले मे आज तक किसी अधिकारी का नही देखा गया,ऐसा बेहतरीन नजारा प्रथम बार देखने को मिला!
आयोजित विदाई सह सम्मान कार्यक्रम को कई वक्ताओं ने सम्बोधित करते हुए सेवानिवृत्त अधिकारी डॉ.एस. जहीरुद्दीन उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं के प्रति सुकमा जिले मे ईमानदारी पूर्वक किए गए कार्यों,मधुर स्वभाव और कर्तव्य निष्ठा पर वक्तव्य दिए!
कार्यकाल के दौरान ग्रामीणों और पशुपालकों उनका संबंध हमेशा मधुर बना रहा!
पशुधन विकास विभाग से विदा हो कर जाना पशु चिकित्सा परिवार के साथ-साथ पशुपालकों के लिए दुखदायी है सभी ने उनकी दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की!
इस अवसर पर उनको विदाई देने इकट्ठी इतनी भीड़ उनके स्वभाव,सेवा के प्रति समर्पित भाव जिले के पशुपालकों के लिए एक उपहार है!
विदाई समारोह कार्यक्रम मे नृत्य दल के द्वारा गाजे-बाजों के साथ नृत्य करके डॉ.एस.जहीरुद्दीन सह परिवार को मंच तक पहुंचाया पशुधन विकास विभाग परिवार जिला सुकमा के द्वारा गजमाला पहनाकर उनका तथा उनके परिवार का स्वागत किया गया!
श्री हरीश एस.कलेक्टर जिला सुकमा के द्वारा रिटायरमेंट की शुभकामनायें दे कर शाल व श्रीफल से सम्मानित किया गया!
कार्यक्रम मे सहभागी बनने आएं कार्यालय सयुंक्त संचालक जगदलपुर एवं उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं जिला-दंतेवाड़ा के विभागीय कर्मचारी एवं साथीगण उनके कार्यकाल मे विभिन्न आजीविका मूलक विभागीय योजनाओं से लाभान्वित सुकमा,छिंदगढ़ तथा कोंटा विकासखंड के स्व-सहायता समूहों की महिलाएं,पशुपालकों तथा शबरी नारायण गौशाला के संचालनकर्ता के द्वारा पुष्प गुच्छ,शाल,श्रीफल दे कर सम्मानित किया तथा भेंट स्वरूप उपहार दिया गया!
अपने उद्बोधन मे डॉ.एस.जहीरुद्दीन ने बताया की 43 वर्ष की शासकीय सेवा का सफर बेहद संघर्षपूर्ण एवं चुनौतीयों से भरा रहा!
शासकीय सेवा की शुरुआत सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी के रूप मे विकासखंड सुकमा मे हुई,बी.व्ही.एस.सी.एंड एच.की उच्च शिक्षा प्राप्त कर विकासखंड लोहंडीगुड़ा मे पशु विस्तार अधिकारी, ग्रामीण विकास विभाग मे बीडीओ,जनपद पंचायत दरभा,तोकापाल, बास्तानार,बगीचा, कोयलीबेड़ा,छिंदगढ़, सुकमा तथा नारायणपुर मे सीईओ के पद पर कार्य किया इसके अलावा उपसंचालक के पद पर पशु चिकित्सा सेवाएं दंतेवाड़ा मे अपनी सेवाएं दी यंहा से स्थानांतरण हो कर जंहा से शासकीय सेवा की शुरुआत हुई वंही पे उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं जिला सुकमा के पद पर पदस्थ किया गया पद पर रहते हुए समय-समय पर कार्यालयीन कार्यों के बीच समय निकाल कर मैदानी कर्मचारियों के साथ सवेंदन एवं अतिसवेंदनशील क्षेत्रों का दौरा कर जिला प्रशासन के सहयोग से पशुधन की स्वास्थ्य रक्षा,पशु संवर्धन एवं पशु,कुक्कूट,भेड़ बकरी आदि विकास के जरिये गरीब वर्ग के हितग्राहियों को विभागीय योजनाओं के माध्यम से आर्थिक लाभ पहुंचाने का कार्य किया!
कोरोना काल मे मै और मेरी टीम शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण एवं दुरुस्त ग्राम जगरगूंडा, मराईगुड़ा,किष्ठाराम, धर्मापेंटा,भेजी मे भी पशु चिकित्सा / पशुपालन के कार्यों से लक्ष्यों की पूर्ति की कार्यक्षेत्र मे पशु चिकित्सा टीम के सहयोग,साथ कड़ी मेहनत वह विश्वास से पशुधन विकास विभाग जिला सुकमा अग्रणी रहा यह मुकाम सबके अथक परिश्रम से हासिल हुआ कार्यकाल के दौरान मेरी सेवाएं हमेशा प्रशंसनीय,सराहनीय वह पुरुस्कृत रहा !
मेरे नेतृत्व मे विभाग को मिली इतनी उपलब्धियों के लिए सभी को आभार व्यक्त किए!
इस अवसर पर उपस्थित समस्त लोगों ने अश्रुपूर्ण आँखों वह भारी मन से उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ.एस.जहीरुद्दीन को विदाई दिए
विदाई कार्यक्रम को बेहतरीन व अविस्मरणीय बनाने मे पशुधन विकास विभाग जिला सुकमा परिवार की भूमिका महत्वपूर्ण रही !